शनिवार, 8 जुलाई 2017

Salary


 सहमी और डरी हुई “कमसिन तनख़्वाह” चुपचाप सर झुकाये चली आ रही थी....!!
और
उसे देखकर “किश्त” “बिल” “खर्चा” और "जरुरत" नाम के कुख्यात गुंडे सीटी बजा रहे थे....!!
आखिरकार “तनख़्वाह” लुट ही गई....!!🤓🙂🙂🙂🙂


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